
बिन ब्याही कुंवारी दुल्हन की सुहागरात
प्रेषिका : श्रद्धा वैद्यप्रिय पाठको, यह मेरी सच्ची कहानी है, दस साल पुरानी बात है, मैं अमरावती में र
प्रेषिका : श्रद्धा वैद्यप्रिय पाठको, यह मेरी सच्ची कहानी है, दस साल पुरानी बात है, मैं अमरावती में र
मैं आपको मेरे जीवन की उस घटना के बारे में बताना चाहता हूँ जब एक सुंदरी को मैंने काम सुख प्रदान किया
शगन कुमारदरवाज़े पर महेश और उसके साथियों को देख कर मैं घबरा गई। वे पहले कभी मेरे घर नहीं आये थे। मैंन
प्रेम गुरु की कलम से‘अम्मा बापू का चूसती क्यों नहीं। अनार दीदी बता रही थी कि वो तो बड़े मजा ले ले कर
अन्तर्वासना पाठकों को मेरा प्यार भरा प्रणाम। मेरा नाम अजय है और मुझे लोग अज्जू कहकर बुलाते हैं। मैं
लेखक : मुकेश कुमारआपने अन्तर्वासना पर मेरी कहानी ‘लिव इन कैरोल’ पढ़ी और सराही उसके लिए आभार।मेरे और म
लेखक : लवली सिंहदोस्तों मैं लवली, फगवाड़ा पंजाब, से आपके लिए अपनी पहली कहानी लेकर हाजिर हूँ। मैं वैसे
प्रेषक : कौशल चौधरी और ओमप्रकाश चन्द्रालन्ड की प्यासी भाभियों और आन्टियों को मेरे खड़े लण्ड का प्रणाम
हेलो जान गोट युअर मेल . अच्छी हैतुम्हे एक और सेक्सी मेल चाहिए था न ओकेमैंने तुम्हे फ़िर उसी कमरे में
वैसे तो मैं बिहार का रहने वाला हूँ पर चार साल से मैं अपने एक दोस्त के साथ दिल्ली में रह रहा हूँ। मैं